शासन तंत्र में सरकारी अधिकारियों ..

शासन तंत्र में सरकारी अधिकारियों

 

शासन तंत्र में सरकारी अधिकारियों के पास असीमित अधिकार हैं इस मुकाबले कर्तव्य कुछ भी नहीं हैं। आज साधारण नागरिक सबसे ज्यादा सरकारी कर्मचारी / अधिकारी से पीड़ित है। उदाहरण के लिए, एक अधिकारी, यह जानते हुए भी कि आप ने अपने टैक्स रिटर्न में कुछ भी नहीं छिपाया है, किसी विशेष कारण से आप पर टैक्स लगा सकता है। बाद में, अपील या ट्रिबुनल में आप सही पाए जाते हैं और टैक्स देने से छूट जाते हैं। पर परेशान करने का उसका मकसद तो पूरा हो गया। क्या कोई ऐसा सिस्टम नहीं होना चाहिए जिससे एक गलत निर्धारण के जुर्म में उक्त आयकर अधिकारी से भी पूछताछ हो। उसके स्वविवेक वाले अधिकार पर कुछ अंकुश लगे। अगर अफसर के अधिकारों के साथ-साथ कुछ कर्तव्य भी निर्धारित हों और उन कर्तव्यों का पालन न होने की दशा में दंड का प्रावधान भी कर दिया जाए तो भ्रष्टाचार काफी हद तक कम करने में सहायता मिलेगी।

आपके सुझाव आमंत्रित हैं ।

IBP